***ख्वाजा मॊईनुद्दिन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्लाह अलैह का मकाम*** *****शान-ए-ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलेह*****https://www.youtube.com/channel/UCESCCiogHNhmV9xIvA06RDA/ ख्वाजा गरीब नवाज़ के पिरो मुर्शिद हज़रत ख्वाजा ऊसमान हारुनी रहमतुल्लाह अलैह अपने मुरीदो और ख्वाजा गरीब नवाज़ को लेकर कही जा रहे थे कि ख्वाजा उसमान हारुनी रहमतुल्लाह अलैह को एक वीरान बुतखाना नज़र आया तो आपने ख्वाजा गरीब नवाज़ और दिगर मुरीदो से फरमाया कि तुम लोग जब तक मे ना बोलू कही मत जाना यही खङे रहना मै इस बुतखाने मे से आता हु और इतना कह कर आप उस बुत खाने मे जाकर अल्लाह कि ईबादत मे लग गए और इस तरह चालीस दिन गुज़र गए ,,,,,ईधर आपके तमाम मुरीदिन चले गये सिर्फ ख्वाजा गरीब नवाज़ रह गये और अपने पिरो मुर्शिद कि हुक्म कि फरमा बरदारी कि जब चालीस दिन बाद आप बुतखाने से बाहर आए और ख्वाजा गरीब नवाज़ से पुछा के सारे मुरीदिन कहाँ गये तो जवाब दिया वो सब चले गये ,,,,आपने कहाँ तुम क्यो नही गए तो ख्वाजा गरीब नवाज़ ने कहाँ आपने हुक्म दिया था कि जब तक मै ना बोलू मत जाना इसलिये मे कही नही गया सिर्फ रफे हाजत के सिवा ,,,,आप