किसी की गीबत न करो

🌴हदीस शरीफ की रोशनी🌴🔮

*🌸ना किसीकी गीबत करो-ना  किसी पर तोहमत लगावो🌸*

       *🔷🌹मफहूम-ए-हदीस🌹🔷* 

*🍀हजरत अबु हुरेराह (रदीअल्लाह अन्हो)से रिवायत हैं कि,हुजूर नबी-ए-करीम (सल्लल्लाहु अलयहे वसल्लम) ने फरमाया:-*

*🔮“तुम जानते हो गीबत क्या है?”*

*🍃लोगों ने कहा:- “अल्लाह ओर उसके रसुल बहेतर जानते है।”*

*🔴आप सरकार ﷺ ने फरमाया:-*

*🔮“गीबत यह है के तुम अपने भाई का जिक्र करो इस तौर पर के अगर वोह सामने हो तो उसे अच्छा ना लगे।”*

*🍃लोगों ने कहा:- “ऐ अल्लाह के रसूल ﷺ ! अगर उसमें वोह ऐब मोजूद हो तो ?”*

*🔴आप सरकार ने फरमाया:-*

*🔮“जभी तो गीबत हुई, नही तो खुली तोहमत (इल्ज़ाम) होगी...।”*

*🌻(सहीह मुस्लिम, जिल्द नं 4,बाब नं.1070, हदीस नं.6265)🌻*
�❇*

*💛दिल की केफीयत की अहमियत💛*

          *🍃मफहूम-ऐ-हदीस🍃*

 *💧हजरत नुअमान बीन बसीर (रदीअल्लाह अन्हो) से रिवायत है कि मेने रसुलल्लाह  ﷺ से सुना कि:-*

*🔮"सुन लो ! बदन मे एक गोस्त का टुकड़ा हैं जब वोह दुरस्त होगा तो सारा बदन दुरस्त होगा ओर अगर वोह बिगड़ गया तो सारा बदन बिगड़ गया ओर वोह तुम्हारा दिल है।"*

*🌻(सहीह बुखारी शरीफ: 52)🌻*

अल्लाह पाक हम सबको नेकी करने की तौफीक अता फरमाए।।

आमीन आमीन सुम्मा आमीन।।

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