आज अमल का मौका है।

*_आज अमल का मौका है_*
بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله ﷺ
अमीरुल मोअमिनीन हज़रते सय्यिदुना अलिय्युल मुर्तजा शेरे खुदा کَرَّمَ اللّٰهُ تَعَالٰی وَجْھَهُ الْکَرِیْم ने एक मरतबा कूफ़ा में खुतबा देते हुवे इरशाद फ़रमाया : - _ऐ लोगो ! बेशक तुम्हारे बारे में मुझे सब से ज़ियादा इस बात का खौफ़ है कि कहीं तुम लम्बी लम्बी उम्मीदें न बांध बैठो और ख्वाहिशात की पैरवी में न लग जाओ ।_
*_याद रखो !_* _लम्बी उम्मीदें आख़िरत को भुला देती हैं और ख़बरदार ! नफ़्सानी ख्वाहिशात की पैरवी राहे हक़ से भटका देती है । ख़बरदार ! दुन्या अनकरीब पीठ फेरने वाली और आख़िरत जल्द आने वाली है । आज अमल का दिन है ,हिसाब का नहीं और कल हिसाब का दिन होगा ,अमल का नहीं ।_
 *_एक दिन मरना है आख़िर मौत है..!_* 
*_कर ले जो करना है आखिर मौत है.!!_*
_✍🏼बाकी अगली पोस्ट में.. ان شاء الله_
*_📓 मौत का तसव्वुर-36_*
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*

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